शुक्रवार, जून 27, 2025
होमBiharबिहार में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर सरकारी शिक्षकों पर एक्शन: 21...

बिहार में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर सरकारी शिक्षकों पर एक्शन: 21 FIR दर्ज

Published on

spot_img
Follow Us : Google News WhatsApp

गुरुग्राम डेस्क | बिहार सरकार ने हाल ही में सरकारी शिक्षकों पर फर्जी प्रमाणपत्रों के पर नौकरी प्राप्त करने के मामले में कड़ी कार्रवाई शुरू की है। राज्य के निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने 21 नए मामलों में प्राथमिकी (FIR) दर्ज करने का आदेश दिया है। यह कार्रवाई पिछले मार्च में की गई कार्रवाई का हिस्सा है, जिसमें 20 मामले पहले ही दर्ज किए गए थे। इस जांच का उद्देश्य सरकारी नौकरी में नियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की सच्चाई की पुष्टि करना है और उन पर कड़ी कार्रवाई करना है जो फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्त हुए हैं।

निगरानी विभाग 2006 से 2025 तक के शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच कर रहा है। यह जांच पटना हाईकोर्ट के आदेश पर चल रही है, और अब तक विभाग ने 6,33,908 प्रमाणपत्रों की जांच की है, जिनमें से बड़ी संख्या में फर्जी प्रमाणपत्रों की पुष्टि हुई है।

निगरानी विभाग की जांच प्रक्रिया: प्रमाणपत्रों की सत्यता की जांच

बिहार में शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में फर्जी प्रमाणपत्रों का मामला बहुत बड़ा है। निगरानी विभाग ने 2006 से 2025 तक नियोजित सभी शिक्षकों के शैक्षिक दस्तावेजों की जांच शुरू की है। यह जांच इस आधार पर की जा रही है कि शिक्षक जिन्होंने जिस बोर्ड या विश्वविद्यालय से अपनी परीक्षा पास की, उनके प्रमाणपत्रों की सत्यता की पुष्टि की जाए। इसके बाद यह जांच किया जा रहा है कि जमा किए गए प्रमाणपत्र असली हैं या फिर फर्जी हैं।

अब तक निगरानी विभाग ने 6,33,908 प्रमाणपत्रों की जांच की है और बड़ी संख्या में फर्जी प्रमाणपत्रों की पहचान की है। विभाग का कहना है कि 31 मार्च 2025 तक 1609 मामले दर्ज किए गए हैं और 2814 व्यक्तियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि सिर्फ योग्य और प्रमाणित शिक्षक ही सरकारी स्कूलों में नियुक्त हों, विभाग इस प्रक्रिया को लगातार जारी रखे हुए है।

नए FIRs और जिलों में कार्रवाई

11 अप्रैल 2025 को, निगरानी विभाग ने 21 नई प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश जारी किए। इन FIRs में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्त हुए शिक्षकों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। जिन जिलों में यह कार्रवाई की गई है, उनमें दरभंगा, भोजपुर, कैमूर, नालंदा, सहरसा, जमुई और भागलपुर शामिल हैं। इन जिलों के शिक्षकों पर FIR दर्ज की गई है, जो फर्जी प्रमाणपत्रों का उपयोग करके सरकारी नौकरी में नियुक्त हुए थे।

निगरानी विभाग ने इन जिलों में कार्रवाई तेज कर दी है और यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया है कि कोई भी असंवेदनशील व्यक्ति सरकारी नौकरी का लाभ न उठा सके। इस मामले में जांच और कार्रवाई आगे बढ़ने की संभावना है क्योंकि फर्जी प्रमाणपत्रों की संख्या अभी भी काफी अधिक हो सकती है।

क्या हो सकते हैं परिणाम?

जिन शिक्षकों को फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्त किया गया है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकती है। यदि किसी शिक्षक को दोषी पाया जाता है, तो उसे न केवल उसकी नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है, बल्कि उसे कानूनी कार्रवाई का सामना भी करना पड़ेगा। FIR दर्ज होने के बाद पुलिस जांच शुरू होती है और यदि आरोपी दोषी पाया जाता है, तो उसे सजा हो सकती है।

इसके अलावा, इन शिक्षकों को भविष्य में किसी भी सरकारी नौकरी से वंचित कर दिया जाएगा। सरकारी नौकरी में नियुक्ति की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए राज्य सरकार को और कड़े कदम उठाने की आवश्यकता होगी, ताकि भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।

पटना हाईकोर्ट की भूमिका:

इस जांच को पटना हाईकोर्ट ने निर्देशित किया था और इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी शिक्षा प्रणाली को भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी से मुक्त करना है। अदालत के आदेश पर यह जांच चल रही है और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि केवल योग्य और प्रमाणित शिक्षक ही सरकारी स्कूलों में नियुक्त हों। उच्च न्यायालय की भूमिका इस मामले में बहुत महत्वपूर्ण रही है, क्योंकि उन्होंने निगरानी विभाग को फर्जी प्रमाणपत्रों की जांच करने का आदेश दिया था।

बिहार के शिक्षा तंत्र में पारदर्शिता लाने की कोशिश

बिहार में शिक्षा तंत्र में पारदर्शिता लाने के लिए यह कार्रवाई बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। लंबे समय से फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर शिक्षक की नियुक्ति एक गंभीर समस्या रही है। ऐसे मामलों से न केवल सरकारी नौकरी का महत्व घटता है, बल्कि छात्रों को भी असंवेदनशील और अनिश्चित शिक्षक मिलते हैं, जिससे उनकी शिक्षा पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

निगरानी विभाग की जांच के बाद अब बिहार सरकार ने इस मामले में सख्त कदम उठाए हैं और यह उम्मीद की जा रही है कि इससे बिहार के शिक्षा तंत्र में सुधार होगा। सरकारी स्कूलों में सिर्फ योग्य शिक्षकों की नियुक्ति से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सकेगी और शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता आएगी।

भविष्य में क्या कदम उठाए जाएंगे?

बिहार सरकार को यह सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाने की आवश्यकता होगी कि भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी की घटनाएं न हों। इन कदमों में शामिल हो सकते हैं:

  1. कड़े दस्तावेज सत्यापन की प्रक्रिया: भविष्य में, शिक्षा विभाग द्वारा सभी शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का और अधिक कठोर तरीके से सत्यापन किया जाएगा।

  2. बैकग्राउंड चेक: शिक्षक के पिछले अनुभव और शिक्षा की पूरी जांच की जाएगी, जिससे फर्जी प्रमाणपत्रों का पता चल सके।

  3. शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में सुधार: सरकार को भर्ती प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नियुक्ति न हो।

  4. सार्वजनिक जागरूकता अभियान: शिक्षा विभाग को लोगों को यह समझाने की आवश्यकता होगी कि फर्जी प्रमाणपत्रों का उपयोग करना न केवल अवैध है, बल्कि यह समाज को भी नुकसान पहुंचाता है।

फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर सरकारी शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई बिहार सरकार के शिक्षा तंत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कार्रवाई यह सुनिश्चित करने के लिए की जा रही है कि केवल योग्य और प्रमाणित शिक्षक ही सरकारी स्कूलों में नियुक्त हों। निगरानी विभाग की जांच, पटना हाईकोर्ट के आदेश और कड़ी कानूनी कार्रवाई से बिहार में शिक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और जवाबदेही लाने का मार्ग प्रशस्त होगा।


Discover more from

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Latest articles

गुम है किसी के प्यार में: शो के ऑफ एयर होने की अफवाहों पर भाविका शर्मा ने तोड़ी चुप्पी

टीवी की दुनिया का मशहूर शो गुम है किसी के प्यार में इस समय...

काजोल की नई हॉरर फिल्म ‘माँ’ को मिला शानदार रिस्पॉन्स: एक नई भूमिका में काजोल की बेहतरीन एक्टिंग

काजोल की बहुप्रतीक्षित हॉरर फिल्म माँ आखिरकार 27 जून, 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज...

17 सालों बाद ‘तारक मेहता’ से खत्म हुआ इन तीन मुख्य पात्रों का सफर, फैंस को लगेगा बड़ा झटका

टीवी शो तारक मेहता का उल्टा चश्मा जो पिछले 17 सालों से दर्शकों का...

बिहार सरकार ने त्योहारों में यात्रियों की सुविधा के लिए 299 नई बसों की शुरुआत की

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और चुनावी...

More like this

बिहार सरकार ने त्योहारों में यात्रियों की सुविधा के लिए 299 नई बसों की शुरुआत की

बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और चुनावी...

बिहार में शिक्षकों के लिए खुशखबरी: अब स्वयं कर सकेंगे ट्रांसफर, जानें ई-शिक्षाकोष पोर्टल से आवेदन कैसे करें

बिहार में शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है, जिससे...

तेज प्रताप यादव ने खुद को बताया दूसरा लालू यादव, तेजस्वी को मुख्यमंत्री बनाने का दिया समर्थन

बिहार की राजनीति में अपनी बेबाक बयानबाजी और अनूठे अंदाज के लिए पहचाने जाने...

बिहार में 27 जून को गयाजी समेत 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट

मानसून के मौसम के दौरान बिहार में आज यानी शुक्रवार, 27 जून 2025 को...

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण, NH-28 पर सुरक्षा खतरे की स्थिति

मुजफ्फरपुर में मीनापुर-टेंगराहा पथ के चौड़ीकरण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी की गई...

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में तेजी, चुनाव चिन्हों का आवंटन: पार्टी के नए प्रतीक और चुनावी रणनीतियाँ

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ अब तेज़ हो गई हैं। चुनाव आयोग ने विभिन्न...

बिहार में अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना, कई जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी

बिहार में अगले 24 घंटों में बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना...

बिहार के मंत्री अशोक चौधरी बने प्रोफेसर, अब कॉलेज में पढ़ाएंगे राजनीति शास्त्र

बिहार के वरिष्ठ नेता और राज्य के ग्रामीण कार्य मंत्री डॉ. अशोक चौधरी अब शिक्षा के क्षेत्र में...

तेजस्वी यादव का बयान: बिहार की राजनीति में लालू यादव परिवार से किसी नए सदस्य के प्रवेश पर रोक

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हाल ही में लालू यादव परिवार से...

बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश और आंधी-तूफान का अलर्ट

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मानसून ने दस्तक तो दे दी है, लेकिन...

ककोलत झरना: भारी बारिश के कारण झरने का विकराल रूप, प्रशासन ने की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी

KKN गुरुग्राम डेस्क | ककोलत झरना, जो बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से...

सीट शेयरिंग पर एनडीए और महागठबंधन में खिचड़ी पकनी शुरू

KKN न्यूज ब्यूरो। बिहार एनडीए में BJP-JDU के बीच सीटों को लेकर खामोश खींचतान।...

बिहार में भारी बारिश जारी, उत्तरी जिलों में बाढ़ का खतरा बढ़ा

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में मानसून के मौसम के दौरान भारी बारिश का...

बिहार में गर्मी छुट्टियों के बाद स्कूल फिर हर्षोल्लास के साथ खुले; 23 जून से ‘स्वागत सप्ताह’ का शुभारंभ

KKN गुरुग्राम डेस्क | बिहार में सरकारी प्राथमिक और उच्च प्राथमिक (कक्षा 1–8) स्कूलों...

बिहार चुनाव 2025 से पहले मुकेश सहनी का बड़ा ऐलान

KKN गुरुग्राम डेस्क | जैसे-जैसे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 नज़दीक आ रहा है, राजनीतिक...
Install App Google News WhatsApp